रविवार, 8 मई 2011

लौट आओ..............


मत जाओ इतनी दूर हमसे,
की आदत हो जाये तेरे बिना जीने की
फिर न कहना की तुम कितने बदल गए हो
लौट आओ मेरे लिए,
अपने लिए,
हमारे लिए,
देर ना हो जाये.............................

7 टिप्‍पणियां:

  1. हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं संजय भास्कर हार्दिक स्वागत करता हूँ.

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  2. कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
    वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
    डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .

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  3. कोमल भावों से सजी ..
    ..........दिल को छू लेने वाली प्रस्तुती

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  4. संजय सर आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद|
    आपके कहे अनुसार हमने वर्ड वेरिफिकेशन हटा दिया है|
    उम्मीद है आगे भी इस ब्लॉग पर आप तशरीफ़ लायेगें,
    और ऐसे ही मेरा मार्गदर्शन करते रहेगें|

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  5. देर न हो जाए,कहीं देर न हो जाए......
    just excellent !!

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  6. @ पूनम जी, संगीता मैम आप सभी को धन्यवाद उम्मीद करता हूँ आप लोग आगे भी इसी तरह मेरा हौसला बढ़ाते रहेंगे ...........

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