आज भी उसी मोड़ पर खड़ा हूँ, जहाँ कभी उन्होंने कहा था हमसे.......... तुम ठहरो हम आते है और आज तक लौट के ना आये... थक चुकी है आँखे उनका इंतजार करते-करते........ पर उम्मीद की किरणे आज भी मेरे दिल में जिन्दा है....